शैक्षणिक संस्थानों में अग्निसुरक्षा के इंतजाम नदारद, जिला अस्पताल में हुई ट्रेंनिंग
शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन करे कार्यवाही
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 3 दिसंबर 2022, जिला अस्पताल में अस्पताल स्टाप को अग्निसुरक्षा की जानकारी उपलब्ध कराई गई और विभिन्न प्रकार के अग्निशमन यंत्रों की जानकारी देते हुए उपस्थित अधिकारी कर्मचारी को उनके इस्तेमाल के तरीके बताए गए। जिससे जरूरत पड़ने पर सभी बेहिचक उन यंत्रों का उपयोग करते हुए आगजनी की घटनाओं पर जल्द काबू पा सकें।
गौरतलब है कि कई दफा मौके पर अग्निशमन यंत्र रहने के बावजूद जानकारी के अभाव में लोग उनका समय से उपयोग नहीं कर पाते हैं। जिससे भारी जान व माल का नुकसान उठाना पड़ता है। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन के साथ अन्य लोगों ने भी डेमो देखते हुए बचाव के उपायों की जानकारी ली। विदित होवे कि प्रदेश में संचालित अस्पतालों में घटित अग्निहादसों की चपेट में आने से मरीजों की मौतें हो चुकी हैं।जिससे सबक लेते हुये सिविल सर्जन डॉ अजय राज के निर्देश पर अस्पताल कर्मियों को अग्निसुरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया है।वहीं जिला की निजी और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को आग दुर्घटना से बचाने के कोई इंतजाम नही हैं।NCRT के स्कूलों के अलावा सभी स्कूलों में अग्निशमन यंत्र भी उपलब्ध नही है। आलम यह है कि बड़े भवनों में संचालित शिक्षा केंद्रों में FIRE N.O.C. भी नही ली गई है, जो अनिवार्य है। बाबजूद इसके शैक्षणिक संस्थान संचालक और संबंधित अधिकारी इस बाबद उदासीन रबैया अपना रहे है। जो विद्यार्थियों के लिये घातक साबित हो सकता है।
गौरतलब है कि सरकार ने सभी अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों में नेशनल बिल्डिंग कोड के तहत अग्निसुरक्षा के इंतजामो के निर्देश जारी किये हैं। लेकिन जिले में इसका पालन नही हो रहा है।कुछ संस्थानों में दिखावे के लिये अग्निशमन यंत्र रखे हैं, जो अब रिफलिंग और मरम्मत के अभाव में कबाड़ हो गये हैं।नियमानुसार सभी यंत्रों की सालभर में रिफलिंग अनिवार्य है।