वन स्टॉप सेंटर योजना से पीडित महिला एवं बालिकाओं को मदद मिलती है: सीईओ जिला पंचायत मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने वन स्टॉप सेंटर योजना के कार्याें की समीक्षा की
जनपथ टुडे डिंडौरी 07 जुलाई 2020 जिले में वन स्टॉप सेंटर योजना के अंतर्गत सभी प्रकार की हिंसा से पीडित महिलाओं और बालिकाओं को अस्थाई आश्रय, पुलिस डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जिससे हिंसा से पीडित महिला एवं बालिकाओं को मदद मिल सके। मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विष्वकर्मा ने सोमवार को जिला पंचायत डिंडौरी में वन स्टॉप सेंटर योजना के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की समीक्षा की। इस अवसर पर जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी माहिला एवं बाल विकास विभाग, जिला षिक्षा अधिकारी, जिला विधिक सहायता अधिकारी, प्राचार्य चंद्रविजय महाविद्यालय, संरक्षण अधिकारी, श्रीमति सरस्वती राव सदस्य दहेज सलाहकार बोर्ड, श्री नागेन्द्र चौरसिया सदस्य अषासकीय संस्था सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर में महिला हिंसा से संबंधित सभी प्रकरण पंजीबद्ध किये जायें और तत्काल उनका निराकरण भी करें। जिलें में कहीं भी महिला हिंसा से संबंधित षिकायत या सूचना मिलती है तो तत्काल पीडिता की मदद के लिए पहुंचे। पीडिता के जरूरत के मुताबिक उन्हें अस्थाई आश्रय, पुलिस सहायता, कानूनी सहायता, चिकित्सा एवं काउंसलिंग की सुविधा प्रदान करें। उन्हांेने कहा कि वन स्टॉप संेटर में पुलिस, स्वास्थ्य विधिक सेवा प्राधिकरण के समन्वय से पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी निःषुल्क पैरालीगल, वालिंटियर/वकील नियुक्त किये जाएं। आयोजित बैठक में जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में 163 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। इन प्रकरणों मंे मानसिक रूप से पीडित महिलाओं का उपचार कर उन्हें उनके घर पहुंचाया गया है। बीमार अवस्था में मिली महिलाओं का उपचार और उनको अस्थाई-आश्रय कानूनी सहायता एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिला महिला सषक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में दर्ज 83 प्रकरण पर कार्यवाही प्रचलन में है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सभी प्रकरणों का निराकरण कर लिया जायेगा।