
कंडम वाहनों से ओवरलोड शासकीय खाद्य सामग्री का परिवहन
लावारिस सड़कों पर खड़े रहते है आमजनता की खाद्य सामग्री भरे वाहन
बरसात में भी बिना तिरपाल के ढोई जाती है खाद्य सामग्री
जनपथ टुडे, डिंडोरी – गाड़ासरई, 23 सितम्बर 2020, खाद्य विभाग की लापरवाही और आमजन की अनदेखी का नमूना भर है ये की जब कल गन्नागुडा की सोसायटी में आमजन के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के परिवहनकर्ता का कंडम वाहन अमनी जी तोड़ कोशिश के बाद भी दुकान पर नहीं पहुंच सका। एक तो खस्ताहाल कंडम वाहन ऊपर से ओवरलोड माल। आमजन के लिए अत्यधिक महत्व की खाद्य सामग्री की आपूर्ति में खुली लापरवाही करते हुए नागरिक आपूर्ति निगम
कबाड़ क्षतिग्रस्त वाहनों से लोगों के लिए सामग्री पहुंचा रहा है, जिन टूटे फूटे ट्रकों के गरीब मालिकों के पास खाद्य सामग्री को ढकने के लिए तिरपाल तक नहीं है और गरीब आमजन के लिए जो सामग्री शासन पूरा भाड़ा और कीमत चुका कर शासकीय दुकानों पर भेज रही है, कुर्सी तोड़ते मक्कार और कमीशनखोरी में मशगूल अफसरों के कारण सड़क पर लावारिस पड़ा रहता है गौरतलब है कि बरसात जारी है जिले में फिर भी गरीबों के लिए भेजी जाने वाली सामग्री को ढका तक नहीं जाता, जानबूझ वाहन चालकों को इसकी छूट कमीशनबाजी के चलते विभाग के अधिकारी देते है।
परिवहन कार्य के ठेके की शर्तों में वाहनों की कंडीशन, उनके वैध दस्तावेज, सामग्री की सुरक्षा के प्रबंध, जीपीएस सिस्टम, वाहन पर शासकीय खाद्य सामग्री के परिवहन की जानकारी का बैनर जैसी तमाम आवश्यक बातों का पालन किया जाना शासन के नियमों में है ताकि आमजन तक खाद्य सामग्री सुरक्षित पहुंच सके, पर जिले में भ्रष्ट अफसरशाही, जनहित नहीं निजी स्वार्थ और शायद परिवहनकर्ताओं से मिलने वाले मोटे कमीशन के कारण शासन के नियमों की खुली अनदेखी कर रहा है। और नियम विरूद्ध परिवहन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय हमेशा उनके बचाव में खड़ा दिखाई देता है और इन्हीं अफसरों के संरक्षण में आमजन के लिए जरूरी शासन के नियमों तक को ताक पर रखा जा रहा है।
परिवहनकर्ता शासन के किसी निर्देश का पालन नहीं करते
शासकीय खाद्य सामग्री का परिवहन करने के शासन के नियमों के अनुसार कल गाड़ासरई की सड़क पर दम तोड़ चुका वाहन देख कर यह साफ है की परिवहनकर्ता शासन के द्वारा जारी निर्देशों में से एक का भी पूरा पालन नहीं कर रहा है सिर्फ भुगतान लेने के।
मामला जिले के बजाग ब्लॉक के गाड़ासरई से सटी लेम्प्स गन्नागुड़ा में राशन से भरे ओवरलोड ट्रक का है, जो गाड़ी में खिंचाव न होने के कारण बजरंगबली मंदिर के पास घाट में दम तोड़ देता है।न राशन सोसाइटी पहुंच पाता है और न आगे की कोई व्यवस्था दिखाई दे रही थी, ऊपर से जारी बरसात में बिना ढका राशन भीगता भी रहा। सूत्रो के अनुसार गन्नागुड़ा ग्राम पंचायत लेम्प्स में जनता के वितरण हेतु राशन ले जाया जा रहा था जो वाहन के कंडम होने से बीच घाट में ही खड़ा हो गया।
क्या देख रहे है जिम्मेदार अफसर??
विभाग के अफसर वर्षों से इसी विभाग में कार्यरत है और खाद्य सामग्री के परिवहन और सामग्री की सुरक्षा है हेतु क्या क्या अनिवार्यताएं शासन ने निर्देशित की है इन्हे अक्षरश ज्ञात है किन्तु ये खुद शासन के निर्देशों को धता बताने पर उतारू नजर आते है जब परिवहनकर्ता के कंडम वाहनों में नियमों के विरुद्ध ओवरलोड माल शासन के गोदामों से भर कर भेजा जाता है। तस्वीर में ही देख कर इसका पता चल जाता है उक्त वाहन शासन के नियमों और खाद्य सामग्री की सुरक्षा की किसी भी मापदंड की पूर्ति नहीं कर रहा है सिर्फ विभाग के अधिकारियों के आशीर्वाद से ये मनमानी कमाई कर रहे है और जनता देर सबेर भीगा खराब गल्ला लेने को मजबूत है क्योंकि जिले में माफियाओं और भ्रष्ट अधिकारियों का पक्का गठजोड़ है, जिस पर कार्यवाही करने में जिला प्रशासन भी अब तक अक्षम ही रहा है।
गरीबों की जान जोखिम में
न तो वाहन में जान बची है, न सामग्री सुरक्षित है और न ही परिवहनकर्ता को अपने स्टाप की जान कि परवाह है उसको तो केवल कमाई से मतलब है। इस घाट पर चढ़ने से जवाब दे चुके भरे हुए वाहन को पीछे लुढ़कने से रोकने के लिए मजबूरन हेल्पर को गाड़ी के नीचे घुस कर पत्थर लगाते हुए देखा जा सकता है, इस दशा में जरा सी ही चूक हो जाती तो गरीब हेल्पर को तो जान ही गवानी पड़ती पर इन खतरनाक और गंभीर घटनाओं को जिले में कोई देखने वाला है नहीं। न तो किसी को गरीबों की खाद्य सामग्री की चिंता है और न किसी को ऐसे गरीब मजबूर कर्मचारियों की जान की चिंता है। पूरे मामले में जिला प्रशासन विभाग के अधिकारियों और परिवहनकर्ताओं पर कठोर कार्यवाही कर सकता है जिससे भविष्य में ऐसे घटनाएं न हो फिलहाल ऐसी घटनाएं रोज ही देखी जा सकती है और नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम पर ऐसे दर्जनों वाहन प्रतिदिन देखे जा सकते है जो कंडम है और गोदाम ने कागज उनमें ओवरलोड माल भरे जाने की पुष्टि कर देगे।