अवैध शराब का बाजार बना “सुबखार और पुरानी डिंडोरी”

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डिंडोरी में अवैध शराब का धंधा खुलेआम जारी

जनपद टुडे, डिंडोरी, 2 अगस्त 2020, शराब दुकान विहीन जिला मुख्यालय में अवैध शराब की भरपूर आपूर्ति खुलेआम की जा रही है सुबखार क्षेत्र “अवैध शराब” का “बाजार” बन चुका है। जहां कई कुचिया चाय और पान की दुकान में खुलेआम अंग्रेजी शराब का कारोबार कर रहै हैं, जिसकी जानकारी सबको है। कालेज तिराहे पर पान दुकान पर सालों से अंग्रेजी शराब अवैध रूप से बड़े पैमाने पर बेची जा रही है। इसके अलावा सुबखार में दो – तीन कुचिया बाइक से अवैध शराब की आपूर्ति करते देर रात तक घूमते देखे जा सकते हैं। जलाराम पेट्रोल पंप के पास पान दुकानों पर शराब की अवैध बिक्री की जाती है जहां कई जिम्मेदार लोग शराब खरीदने पहुचते हैं। इन दुकानों के आसपास पीने वालों की महफिल देर रात तक देखी जा सकती है। रात 8:00 बजे से लागू लॉक डाउन हो या फिर कंप्लीट लॉक डाउन सुबखार के इन अवैध शराब के अडडों पर देर रात तक शराब बेची जाती है और पूरे क्षेत्र में दारूखोरो का जमावड़ा लगा रहता है।

जिला मुख्यालय में जहां पूरा प्रशासनिक अमला, आबकारी और पुलिस के आला अधिकारी बैठे हैं, वहां इस तरह खुलेआम अवैध शराब “बाजार” का चलना बिना किसी संरक्षण के संभव ही नहीं है। क्षेत्रीय लोगों की माने तो इस पूरे इलाके में शाम के बाद शराबखोरो का जमावड़ा होता है, महिलाओं बच्चों और प्रतिष्ठित लोगों का घर के बाहर निकलना मुश्किल है, जिससे परेशान लोगों की शिकायतों पर कोई कार्यवाही करने की बजाए इन काले कारोबारियों को संरक्षण देने वाले शिकायत की जानकारी इन कारोबारियों को दे देते है। जिससे ये लोग झगड़ा करने और बाद विवाद पर उतर आते हैं।

सुबखार की तरह पुरानी डिंडोरी क्षेत्र में 8 से दस अड्डो पर शराब की अवैध बिक्री का खेल चल रहा है। पुरानी डिंडोरी मुख्य तिराहे से मंडला स्टैंड तक खुलेआम बिक रही है अवैध शराब।

 

शराब ठेकेदार के संरक्षण में चल रही है डिंडोरी में अवैध शराब की बिक्री

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के सुबखार और पुरानी डिंडोरी में दो दर्जन लोग अवैध शराब खुलेआम बेच रहे तो वही नर्मदा पुल पार, नर्मदा गंज, सिविल लाइन आदि स्थानों पर दबे छुपे लगभग आधा सैकड़ों लोग अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं। डिंडोरी शहर में हर रोज कई लाख रुपए की शराब पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद बेची जा रही है। इतनी बड़ी मात्रा में अवैध शराब जिला मुख्यालय में जिले की ही शराब दुकान से सप्लाई की जाने की जानकारी है।

सूत्रों की माने जिला मुख्यालय में अवैध शराब बिक्री का अघोषित ठेकेदार एक पूर्व गद्दीदार और शराब कारोबारी को बना रखा है। उसके द्वारा अवैध कारोबार को बिना बाधा संचालित किये जाने सबको साधा जाता है और जाहिर सी बात है कि इतना बड़ा अवैध कारोबार वह भी जिला मुख्यालय में बिना संरक्षण के कैसे चल सकता है? जिला मुख्यालय में इस अवैध शराब के कारोबार से जहां शाम होते ही माहौल खराब होता है वही इससे प्रशासन की छवि भी आमजन में धूमिल हो रही है, फिर भी प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। और शहर की सड़कों पर शाम ढलते ही शराब के अवैध कारोबारियों और शराबियो का उपद्रव शुरू हो जाता है जो कि देर रात तक चलता रहता है न पुलिस का खौफ न लॉक डॉउन का असर खुले आम शराब का अवैध कारोबार जारी है कानून को ताक पर रख कर।

बस दिखावे की कार्यवाहियां होती रहती है

जिला मुख्यालय में प्रतिदिन लाखों रुपए की अवैध शराब खप रही है। कार्यवाही के नाम पर कभी कभी दर्जन दो दर्जन बोलत और एक दो पेटी अवैध शराब की पकड़ कर कागजी खानापूर्ति जरूर कर ली जाती है जो मात्र दिखावा है। नवागत पुलिस अधीक्षक महोदय से आमजन की अपेक्षा है जिला मुख्यालय में आ रही अवैध शराब और पुलिस की मुस्तैदी का औचक निरीक्षण कर जिले की खराब होती स्थिति पर नियंत्रण स्थापित करे।

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