
बाढ़ आपदा की पूर्व तैयारी को लेकर कलेक्टर ने ली समीक्षा बैठक
जनपथ टुडे 4 जून कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री सुनील शुक्ला, सीईओ जिला पंचायत श्री अनिल कुमार राठौर, डिप्टी कलेक्टर एवं आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी श्री वैधनाथ वासनिक, सहायक नोडल अधिकारी श्री ललित उद्दे, एसडीएम बजाग श्री रामबाबू देवांगन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश मरावी, समस्त तहसीलदार, आरटीओ अधिकारी श्री पंकज डेहरिया , सहायक यंत्री एमपीईबी श्री राजन गोयल, श्रम अधिकारी, एलडीएम श्री रविशंकर सिंह, डीपीसी श्री रावेन्द्र मिश्रा, ईईपीएचई श्री अफजल इमाम उल्ला खान, सहायक संचालक मत्स्य श्री राकेश चंदेल, सहायक संचालक पशु चिकित्सालय डॉ. एचपी शुक्ला सहित संबंधित विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने बाढ़ नियंत्रण और राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि नदी किनारे के घाटों में पत्थरों पर दिशा निर्देश सूचक चिन्हित की जाए, और बाढ़ की स्थिति में तटबंधों की सुरक्षा के लिए ग्राम कोटवारों को सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलमग्न पुलों पर आवागमन को प्रतिबंधित किया जाए और इस संबंध में आमजन को पूर्व से जागरूक किया जाए। कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने होमगार्ड कमांडेट को वर्षा के पूर्व अपने दल को अपने उपकरणों के साथ पूर्व तैयारी बनाए रखने के लिए लिए निर्देशित किया।
एमपीईबी को निर्देश दिया कि वर्षा ऋतु में बिजली आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए पूर्व तैयारी सुनिश्चित की जाए तथा खराब मौसम के दौरान टीमों की सतत निगरानी बनी रहे। शहर में स्थित जर्जर शासकीय एवं निजी भवनों को चिन्हित कर वर्षा पूर्व ही उन्हें सुरक्षित तरीके से गिराया जाए, जिससे किसी भी प्रकार की संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी जर्जर भवनों को वर्षा पूर्व गिराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, खाद्यान्न संकट वाले ग्रामों में तीन माह की खाद्य सामग्री का पूर्व भंडारण सुनिश्चित करने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को निर्देशित किया। स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए गए कि वर्षा के दौरान जल स्रोतों के दूषित होने की संभावना को देखते हुए क्लोरीन और अन्य जल शुद्धिकरण दवाओं का नियमित उपयोग किया जाए जिससे दूषित जल से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।
कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने वर्षा ऋतु में सांप निकलने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, कलेक्टर ने वन विभाग को निर्देशित किया कि सर्प विशेषज्ञों की टीम श्री ओम नमः शिवाय, श्री शिवकुमार झारिया, श्री शिवशंकर मेहरा आदि को रखा जाए और समय पर राहत उपलब्ध कराई जाए और कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियां पूर्ण करने तथा संभावित बाढ़ स्थितियों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।