शाहपुर क्षेत्र में जुआरियों की पौ-बारह

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पुलिस की शिथिलता पर संदेह

जन-पथ टुडे, डिंडोरी, 21 जुलाई 2022, जिला मुख्यालय से एकदम सटे हुए ग्राम शाहपुर में जुआरियों की पौ-बारह है और धड़ल्ले से खुलेआम जगह जगह जुआरियों का जमघट आसानी से देखा जा सकता है। सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में शाहपुर पुलिस की भूमिका न केवल सवालों के कठघरे में है बल्कि आपत्तिजनक है।

विगत 6 माह से क्षेत्र में ऐसा खेल हो रहा है और एक भी कड़ी और बड़ी कार्रवाई की खबर सुनने नहीं मिली है। बताया जा रहा है सफेदपोश रसूखदा रों के संरक्षण और पुलिस प्रशासन की शिथिलता से युवा और अधेड़ एक साथ बेखौफ होकर दिन रात जुआ का खेल संस्थागत तरीके से चल रहा है। जुए के लिए यह इलाका इतना कुख्यात हो गया है कि अब यहां आसपास के जिलों के जुआरियों का भी आना जाना बना हुआ है । जुआरियों का अड्डा बन चुका शाहपुर जुआरियों का स्वर्ग साबित हो रहा है।

सूत्रों के मुताबिक पत्तों के इस खेल में डिंडोरी के अलावा शहडोल, नरोजाबाद, उमरिया और अनूपपुर जिलों से भी जुआरी आकर अपना शौक पूरा कर रहे हैं। बताया जाता है पंडा टोला , शाहपुर डेम, गोरखपुर, जैसे प्रमुख स्थान बनें हुए हैं। इन सभी जगहों पर दिन भर जुआरी व्यस्त रहते हैं और शाम होते ही शाहपुर की ओर रुख करते हैं और फिर रात भर जुआ का खेल चलता है। बताया जा रहा है स्थानीय जागरुक नागरिक द्वारा कई बार इस संबंध में पुलिस, प्रशासन और समाजसेवियों,जन प्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया गया लेकिन फिर भी कभी कोई कार्यवाही नहीं देखी और सुनी गई। जिसके चलते इस सामाजिक बुराई में दिनों-दिन जुआरियों की तादाद में इजाफा होता जा रहा है। सूत्रों का विश्वास करें तो ऐसा बताया जा रहा है इस सब काम को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए करीब दो लाख ₹ महीने का खर्च पहरेदारों और जुए के संरक्षकों पर खर्च हो रहा है। ताकि खेल में पड़ने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकें। जन हित में अपेक्षित है कि इस कानूनी और सामाजिक बुराई को समूल रुप से नष्ट किया जाएं। पुलिस विशेष रूप से क्षेत्र में फल फूल रहे अड्डों और जुआरियों पर सख्त कार्यवाही करे।

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