
कलेक्टर एवम एसपी ने ली आपातकालीन आपदा प्रबंधन की बैठक
जनपथ टुडे 9 मई
कलेक्टर-एसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश, एलर्ट मोड पर रहें, भंडारित विस्फोटक पर रखे नजर
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती वाहनी सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की। जिसमें राष्ट्र की वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुये नागरिकों की सुरक्षा के लिए सिविल डिफेंस प्लान को अपडेट रखें, ताकि आपदा की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा व बचाव के कार्य तत्परता से किये जा सकें। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य , पेयजल, खाद्य व दवाईयां आदि की समय पर सुनिश्चिता के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि यदि जरूरत पड़े तो लोगों व पशुधन के शिफ्टिंग के लिए जगह चिन्हित कर रखें। उन्हों ने कहा कि आपदा की स्थिति में नागरिक सुरक्षा व बचाव के लिए सभी लोग तत्पचर रहें। बैठक में डीएफओ श्री पुनीत सोनकर, सीईओ जिला पंचायत श्री अनिल कुमार राठौर, अपर कलेक्टर श्री सुनील शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमित वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्री वैधनाथ वासनिक, डिप्टी कलेक्टर श्री अक्षय डिगरसे, एसडीएम बजाग श्री रामबाबू देवांगन, सीएमएचओ डॉ. रमेश मरावी, डीएसओ श्री वास्तव, होमगार्ड जिला कमांडेट श्री ललित उद्दे सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे पुलिस अधीक्षक श्रीमती वाहनी सिंह ने जिले में नेटवर्क की समस्या न हो इसलिए सरकारी और प्राइवेट नेटवर्क कंपनी के अधिकारियों की बैठक लेकर चर्चा करें। आपदा प्रबंधन के लिए पुलिस कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। कंट्रोल रूम में पुलिस एवं जिला और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के संपर्क नंबर रहेंगे। नगर परिषद अधिकारी को सायरन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा के लिए अलग से डॉक्टर्स की टीम तैनात रहे। हॉस्टल में महिलाओं और पुरुषों के रुकने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके लिए महिला और पुरुष टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी। होमगार्ड डिस्कट्रिक कमाडेंट श्री ललित उद्दे को फायर टीम में 15 से 20 लोगों को प्रशिक्षित कर टीम तैयार करने के निर्देश दिए। आपातकालीन स्थिति में खाद्य अधिकारी जिले में राशन की आपूर्ति बनाए रखने और नागरिकों को दैनिक उपयोगिता की चीजें पर्याप्त मात्रा में बनाए रखने के निर्देश दिए। सोशल मीडिया में भ्रामक पोस्ट शेयर करने और मैसेज को लेकर साइबर की टीम नजर रखेगी। ग्राम पंचायत स्तर पर टीम गठित होगी जो गांव में होने वाले हर गतिविधि पर नजर रखेगी। इसी प्रकार जिला स्तर पर एक जिला स्तरीय कमेटी गठित होगी जिसमें डॉक्टर, एसडीएम, पुलिस, एनडीआरएफ के जवान आदि सदस्य होंगे।