
दमोह उप चुनाव परिणाम, शिक्षकों के लिए रहा जानलेवा
14 की मौत, 100 शिक्षक संक्रमित, 20 की हालत गंभीर
जनपथ टुडे, दमोह, 10 मई 2021, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में दमोह सीट पर उप चुनाव करवाया जाना जानलेवा साबित हो रहा है। चुनाव कराने के लिए दमोह जिले में 800 शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगाई गई थी इनमें से 200 शिक्षक चुनावी प्रशिक्षण में और उसके बाद मतदान कराने में संक्रमित हो गए बताए जाते है। बताया जाता है कि अब तक 14 शिक्षकों मौत हो चुकी है। ये मौते पिछले 36 दिनों में हुई है। 100 शिक्षक अभी भी कोरोना संक्रमित है और वे सांसों की लड़ाई लड़ रहे हैं। जिनमे 20 की हालत गंभीर बताई जाती है। चुनाव ड्यूटी के दौरान शिक्षकों के संक्रमित होने के बाद भी जिला प्रशासन शिक्षकों की सुध तक नहीं ले रहा है यहां तक कि उन्हें अस्पतालों में पलंग तक नहीं मिल रहा है। शिक्षक बृजलाल अहीरवाल चुनाव ड्यूटी में कोरोंना से संक्रमित हुए और फिर उनकी पत्नी भी संक्रमित जी गई, 5 मई को दोनों ने दम तोड़ दिया।
ये नेता हुए प्रभावित
दमोह चुनाव में पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष दमोह देवनारायण श्रीवास्तव यह सभी पार्टी की तरफ से प्रचार और चुनाव संचालन का कार्य देख रहे थे जिनकी कोबिड के संक्रमण से मौत हो गई। कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह भी पॉजिटिव पाए गए थे। इसके अलावा कांग्रेस बीजेपी की 125 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का कोरोना संक्रमण का इलाज चल रहा है।
चुनाव ड्यूटी में सबसे ज्यादा मौत
अध्यापक संगठन के प्रांत अध्यक्ष आरिफ अंजुम ने आरोप लगाया कि दमोह जिले में अब तक 45 शिक्षकों का कोरोना से निधन हुआ है। जिसमें चुनाव ड्यूटी में सबसे ज्यादा शिक्षको की मौत हुई है। ऐसे शिक्षकों को कोरोना योद्धा के तहत ₹ 50 लाख की राशि और अनुकंपा नीति का लाभ दिया जाए। वही डीईओ एच.एन. नेमा ने कहा 43 शिक्षकों की मौत कोरोना से मौत की जानकारी मिली है चुनाव ड्यूटी में संक्रमित होने से मौत का कोई रिकॉर्ड उनके पास नहीं है।