प्रदेश में उपचुनाव के बाद हो सकते हैं पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू की
21 – 22 अक्टूबर को राज्य निर्वाचन आयोग की बड़ी बैठक होने वाली है, राज्य निर्वाचन आयुक्त सभी जिले के निर्वाचन अधिकारियों के साथ करेगे बैठक
जनपथ टुडे, भोपाल, 20 अक्टूबर 2021, प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव पर कानूनी उलझनों के कारण अब राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए आयोग ने सरकार से जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के आरक्षण का ब्यौरा मांगा है। दरअसल प्रदेश में अभी तक इस पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग जिला पंचायत अध्यक्ष के 52 पदों के लिए नवंबर में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके उपरांत उम्मीद है कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया जाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस संबंध में 21 -22 अक्टूबर को राज्य निर्वाचन आयोग की बड़ी बैठक होने वाली है जिसमें राज्य निर्वाचन आयुक्त सभी जिलों के निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन के लिए भी निर्देश दिए हैं।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव के बाद हो सकता है पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान। उप चुनाव होते ही जारी होगा का कार्यक्रम आयोग के सचिव के मुताबिक पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से जिला पंचायत के अध्यक्ष व सदस्य पद के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सूचित करने के लिए कहा है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है।
प्राप्त हो रही जानकारी के अनुसार जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव ईवीएम से और सरपंचों का बैलेट पेपर से करवाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
तीन चरणों में होंगे पंचायत चुनाव
मध्य प्रदेश में कुल 23912 पंचायत हैं। इनमें तीन चरणों में चुनाव की तैयारी आयोग कर रहा है :
पहले चरण में 7527 पंचायतें,
दूसरे चरण में 7571 पंचायतें,
तीसरे चरण में 8814 पंचायतें,
पंचायत चुनाव में चार लाख से अधिक प्रतिनिधियों का होगा चुनाव
त्रिस्तरीय चुनाव अन्तर्गत प्रदेश में जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों के होने वाले चुनावों में निम्नानुसार प्रतिनिधियों का चुनाव होगा :-
जिला पंचायत अध्यक्ष 52, उपाध्यक्ष 52,
जनपद पंचायत अध्यक्ष 313, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष 313, जनपद पंचायत सदस्य 6833,
सरपंच 23913
उपसरपंच 23912,
पंच 3 लाख 77 हजार 55,
इस तरह प्रदेश भर में पंचायत चुनाव में पूरे प्रदेश में 4,32,938 प्रतिनिधियों का चुनाव जनता द्वारा किया जाएगा।