बड़ी खबर :मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का किया ऐलान
ओबीसी वर्ग को निर्धारित आरक्षण से अधिक टिकट दिए जाने का दिलाया भरोसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चुनाव को रोकने के लिए कोर्ट में कोई कोशिश नहीं करेगे। इसके बाद यह माना जा रहा है कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन नहीं लगाएगी और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार जल्दी ही चुनावों के संबंध में निर्वाचन आयोग अधिसूचना जारी कर सकता है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा हम ओबीसी समाज और सभी वर्गों को न्याय देकर आगे बढ़ेंगे। महाविजय के संकल्प के साथ शंखनाद प्रारंभ करेंगे। हम पूरी तरह से तैयार हैं और विजयी होंगे। चुनाव को रुकवाने का काम कांग्रेस ने किया है। हम लोगों की तैयारी पूरी हो चुकी है हम लोग तो मैदान में जा रहे थे कांग्रेस हार के डर से कोर्ट चली गई थी और इतना बड़ा महापाप किया है कि उसके कारण ओबीसी का आरक्षण रद्द हो गया।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओबीसी आरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की बात कही थी। किंतु मुख्यमंत्री का ताजा बयान स्पष्ट हो गया है कि नगरीय निकाय चुनाव व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के ही होंगे।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य शासन द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को आधा अधूरा मानते हुए बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव करवाने के निर्देश राज्य शासन को दिए गए थे। इसके बाद अब लगभग तय हो गया है कि राज्य में पंचायत और निकाय चुनाव जल्द करवाए जाएंगे। बताया जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयुक्त कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकते हैं। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक बड़ा बयान दिया है उनके बयान को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है
हम चुनाव के लिए तैयार :
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम पंचायत व निकाय चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन सभी के साथ हर हाल में न्याय होगा हम 27% से ज्यादा टिकट ओबीसी वर्ग को देकर पूरा न्याय करेंगे। मैं मुख्यमंत्री के नाते कह रहा हूं कि 27% से ज्यादा ओबीसी को टिकट मिलेंगे यह पार्टी का फैसला है। ओबीसी वर्ग को संतुष्ट करते हुए उन्हें 27 परसेंट से अधिक टिकट भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री के द्वारा सोशल मीडिया पर भी अपना बयान जारी किया गया है। जिसके बाद अब यह स्पष्ट हो चला है कि जल्द ही मध्यप्रदेश में नगरी निकाय और पंचायत चुनावों की आधिकारिक घोषणा की जाएगी और आगामी माह में चुनाव की संभावना व्यक्त की जा रही है।