
आदिवासी सांसद का बयान दुर्भाग्यपूर्ण :- इंजि. कमलेश तेकाम
जनपथ टुडे डिंडोरी 22 मई।
आदिवासी सांसद राजकुमार रोत के गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को दिशाहीन बताने पर मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष इंजी.कमलेश तेकाम कड़ी प्रतिक्रिया जताई है और उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है। एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इंजी कमलेश तेकाम ने कहा राजकुमार रोत को समझने की जरूरत है कि हमारी पार्टी ने हमेशा आदिवासी समुदाय के हितों की रक्षा के लिए काम किया है। हमारी पार्टी ने वन अधिकार पेशा कानून अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण कानूनों के लिए आंदोलन किया है और आदिवासी समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए काम किया है। हम शोषण और अन्याय के खिलाफ हमेशा खड़े रहे हैं॥ वहीं दूसरी ओर कुछ आदिवासी संगठन नेता अपने निजी स्वार्थ के लिए आरंभ से शोषकों के हाथ में खेलते रहे हैं और आदिवासी समाज को नुक्सान पहुंचाते रहे हैं।
इंजिनियर कमलेश तेकाम ने कहा
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी महज़ एक राजनैतिक दल नहीं बल्कि समग्र सामाजिक विकास क्रांति आंदोलन भी है। जो विगत पैंतीस वर्षों से पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम, मोतीराम कंगाली सुमेर सिंह जैसे महान आदिवासी महापुरुषों के विचारों का विशाल सपना है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का लक्ष्य सिर्फ सत्ता हासिल करने का नहीं बल्कि संपूर्ण क्षेत्र व आदिवासी समाज को संपूर्ण जागृत कर समाज की सभ्यता संस्कृति और भाषा के पुनर्स्थापना करने का है। इस के लिए सतत रूप से संघर्ष जारी है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का स्पष्ट मानना है कि जन जंगल जमीन आदिवासी समाज की मिल्कियत है और हम सदियों से इसके मालिक है आदिवासी क्षेत्रों के समस्त प्राकृतिक संसाधनों पर पहला हक आदिवासी समाज का और यही संदेश समाज के हर घर में पहुंचाने लाखों कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन समर्पित किया हुआ है और समाज में निरंतर जाग्रति आ रही है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के स्पष्ट राजनीतिक आर्थिक सामाजिक उद्देश्य है इसमें कहीं कोई भ्रम नहीं है। ऐसी स्थिति में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को दिशाहीन कहना राजनीतिक अपरिपक्वता नहीं बल्कि मूर्खता भी है। प्रदेश अध्यक्ष इंजी कमलेश तेकाम ने राजस्थान के आदिवासी सांसद राजकुमार रोत के बयान को सिरे से ख़ारिज करते हुए राजकुमार रोत से कहा है कि वे अपनी पार्टी में ध्यान दें जहां उनके विधायक रिश्वतखोरी करते पकड़े जा रहें कहीं सरे-आम उनका अपमान किया जा रहा है और मध्य प्रदेश के विधायक भाजपा सरकार की चमचागिरी करने में इतने आगे निकल गए कि समाज की गौरवशाली सभ्यता संस्कृति स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने में भी शर्म महसूस नहीं कर रहे। और देश की महान सेना का अपमान करने वाले के साथ खड़े दिखाई दे रहे है।
इंजी कमलेश तेकाम ने कहा कि राजकुमार रोत जी दूसरे पार्टी को दिशाहीन बोलने से पहले खुद की पार्टी पर एक नजर देख ले या अपनी पार्टी के अंदरूनी मामलों को संभाले। इससे आदिवासी समुदाय के लोगों के हितों की रक्षा हो सकेगी और देश के विकास में उनका योगदान सुनिश्चित किया जा सकेगा।
इंजी कमलेश तेकाम ने कहा आदिवासी विरोधी ताकतों को समझने और आपस नहीं बंटने पर ध्यान देना चाहिए और सर्व आदिवासी समाज को मिल कर संघर्ष को तेज़ करना चाहिए जिससे हमारे समाज को जल्द से जल्द न्याय, अधिकार, सम्मान, अवसर सुरक्षा के साथ सभी संवैधानिक और कानूनी अधिकार मिल सकें वरना आदिवासी समाज को गुलाम बनाए रखने के लिए पहले से ज्यादा षड्यंत्रकारी बैठे हैं।