अमरपुर/ उत्कृष्ट विद्यालय के मरम्मत कार्य में भारी लापरवाही, जर्जर हो चुकी व्यवस्थाएं
देव सिंह भारती
गुणवत्ता को ताक पर रख कर की जा रही औपचारिकता, जिम्मेदार मौन
जनपथ टुडे, अमरपुर, डिंडौरी, 22 अक्टूबर 2021, जनपद पंचायत मुख्यालय में संचालित रानी अवंती बाई शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय भवन के निर्माण कार्य में ही भारी अनियमित्ताएं बरती गई जिसके चलते भवन की छत से पानी रिसाव एवं दीवारों से जगह- जगह दरारें होने के बाद पुनः अब जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मरम्मत कार्य प्रारंभ कराया गया है। चल रहा मरम्मत का कार्य भी मनमाने ढंग से चल रहा है, मरम्मत कार्य कर रही निर्माण एजेंसी को ही मरम्मत कार्य की लागत की जानकारी तक नहीं हैं। जहां मरम्मत कार्य में मिट्टी युक्त रेत लगाई जा रही हैं। जिससे दरार भरने के बाद किए गए प्लास्टर में अभी से ही दरार पड़ना शुरू हो गया हैं। कार्य करा रहे ठेकेदार से पूछे जाने पर कुछ भी जानकारी होने से इंकार किया गया। वहीं पर इस संबंध में उपयंत्री मुकुल पटेल का कहना हैं कि मुझे कार्य प्रारंभ होने की जानकारी ही नहीं है। प्राक्कलन बनाने के निर्देश पर 4.55 लाख का प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत किया था। उन्होंने कार्य स्थल पर पहुंचकर देखने की बात जरूर कही गई।
मरम्मत होने के साथ ही जब अभी से ही मरम्मत कार्य गुणवत्ताहीन हैं तो भविष्य का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता हैं। जिसका खामियाजा क्षेत्र के छात्रों को भुगतना पड़ेगा पूर्व में भी बारिश में पानी के रिसाव की वजह से कक्षाएं नहीं लग पा रही थी। इस मरम्मत कार्य को देखते हुए शायद भविष्य में भी वही स्थिति बनी रहेगी। जिससे ठेकेदार एवं अधिकारियों को जो लाभ मिलना हैं वह उन्हें मिल जाएगा। परंतु ऐसे गुणवत्ताहीन मरम्मत कार्य से छात्रों को नुकसान उठाना पड़ेगा। जिसकी चिंता शासन प्रशासन को नहीं बल्कि क्षेत्र के अभिभावकों को हैं, उनकी चिंता बच्चों के भविष्य को देखते हुए लाजमी भी हैं। ऐसे भी पूरे क्षेत्र में निर्माण किए गए शाला भवनों में अधिकांश की स्थिति छत से पानी रिसाव की बनी रहती हैं। बारिश के दिनों में शाला भवन के अंदर पन्नी लगाकर कक्षाएं संचालित की जाती है।
इस संबंध में जानकारी लेने पर बी ई ओ तथा प्राचार्य व्ही के चिचाम ने बताया कि वे इस वक्त बाहर है। वापस आने पर स्थिति का निरीक्षण कर गुणवत्ता में सुधार कराया जाएगा।
बी ई ओ और प्राचार्य की शाला में चल रहा घटिया मरम्मत का कार्य, जर्जर हो चुकी व्यवस्था का नमूना
उल्लेखनीय है की अमरपुर के जिस विद्यालय में मरम्मत कार्य घटिया होने की जानकारी मिल रही है उस विद्यालय के प्राचार्य और अमरपुर विकासखंड के प्रभारी शिक्षा अधिकारी दोनों पदो पर वी. के. चीचाम पदस्थ है, और उनकी नाक के नीचे विकासखंड मुख्यालय में मरम्मत के कार्य पर ही सवाल खड़े हो रहे है। जिस पर वे बाहर होने की बात कह रहे। एक जिम्मेदार अधिकारी की नाक के नीचे हो रहे घटिया कार्य से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि ग्रामीण अंचल के स्कूलों की स्थिति कितनी जर्जर होगी। चर्चा यह है कि मरम्मत कार्यों के नाम पर बड़ा गोलमाल वर्षों से अधिकारियों के संरक्षण में जारी है जिसके चलते जिम्मेदार अधिकारी आंखे बन्द करे बैठे रहते है। इस सम्बन्ध में बी ई ओ से विभाग का पक्ष जानने उनके दोनों मोबाइल नंबरों से संपर्क करने का बार बार प्रयास किया, किन्तु उनके मोबाइल बन्द है। महत्वपूर्ण शिक्षा विभाग के जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारियों का मोबाइल बन्द रहना विभाग के कितने जरूरी कार्यों को ब्लॉक की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है जाहिर है। विकासखंड स्तर पर वर्षों से डटे ऐसे लापरवाह अधिकारियों के चलते शिक्षा विभाग की व्यवस्था ही जर्जर होती नजर आती है, जिनकी मरम्मत जिला प्रशासन को तत्काल करना होगी।
शिक्षा विभाग में लापरवाही और मरम्मत के नाम पर राशि के गोलमाल को लेकर कई मामले प्रकाश में आने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से शाला भवनों की हालत खस्ता है। ग्रामीण अंचल में कई स्कूलों के भवन तो बेहद खराब स्थिति में है। इस ओर वरिष्ठ अधिकारियों और जिला प्रशासन को विशेष रूप से कार्यवाही की जनापेक्षा है।