
ज्योति धुर्वे ने सरकार और मंत्री ओमकार मरकाम को लिया आड़े हाथ
जिले में हो रहे भ्रष्टाचार और डूब प्रभावित लोगों को नजरबंद किए जाने के आरोप लगाए
जनपथ टुडे, डिंडोरी 24 फरबरी 2020, जिला पंचायत डिंडोरी की अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की पत्नी ज्योति धुर्वे ने आज सबरी जयंती व आदिवासी सम्मेलन में उनके साथ पुलिस और प्रशासन के द्वारा बलपूर्वक उन्हें रोके जाने की कार्यवाही पर निशाना साधते हुए कांग्रेस की सरकार की नीयत पर सवाल उठाए है। एक ओर महिला को भक्त शिरोमणि बता कर ये सम्मान का तमाशा करते है तो दूसरी ओर आदिवासी महिला जनप्रतिनिधि का भरी सभा में अपमान किया जाता है।
देर शाम आज की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपनी बात सोसल मीडिया पर रखी उनके करीबी और पार्टी कार्यकर्ता दीपन खमपरिया ने श्रीमती ज्योति धुर्वे की विज्ञप्ति सार्वजानिक तौर पर प्रसारित की जिसमे उन्होंने जिले के केबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम पर घोटाले के भी आरोप लगाए है। श्रीमती ज्योति धुर्वे ने अपनी बात रखते हुए कहा कि :-
महिला और आदिवासी विरोधी है कांग्रेस :- ज्योति धुर्वे
प्रदेश में काबिज कांग्रेस की कमलनाथ सरकार महिला और आदिवासी विरोधी है जिसका प्रमाण आज सरकार द्वारा मेरे साथ किया गया अन्याय है। दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष होने के नाते आज आयोजित शबरी जयंती और आदिवासी सम्मेलन के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थी लेकिन सभा स्थल पर जाने के बाद मुझे मंच पर जाने से रोका गया जिसका मैने प्रतिरोध किया और प्रशासन ने अपने पुलिस बल के माध्यम से मेरी आवाज को दबाने का प्रयास किया जिसकी मैं निंदा करती हूं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज ही कहा हैं आदिवासी को मुंह चलाना सीखना चाहिये, लेकिन आज जब मैं जनप्रतिनिधि होने के नाते वहां पहुंची तो पहले तो मुझे अपमानित किया गया और बाद में सभा स्थल से बाहर निकाल दिया गया।
लोकतंत्र की हत्या करने वाली यह सरकार आदिवासी और महिला विरोधी है। मैंने जिले में हुये घोटाले और अनियमितताओं को उजागर करने का प्रयास किया लेकिन मेरी आवाज को दबाया गया मुझे अपमानित किया गया यह सिर्फ मेरा अपमान नहीं है बल्कि पूरे जिले की जनता का अपमान है इस तरह का अपमान असहनीय है।
मेरे साथ गये कार्यकर्ताओं को पुलिस बल ने उठाकर सभा स्थल से बाहर फेंक दिया, प्रदेश के मुख्यमंत्री में इतना साहस नहीं था कि वह मुझ जैसी एक सामान्य आदिवासी महिला का सामना कर सकें? उन्होंने तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुये यह सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस हमेशा आदिवासी और महिला विरोधी रही है।
शबरी जयंती और आदिवासी सम्मेलन के आयोजन को लेकर जनता के पैसों की होली खेली गई है यहां पर पिछले एक सप्ताह से पूरे प्रशासन को हलाकान करके रखा गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में अंडई,(समनापुर) के डूब प्रभावित क्षेत्रों में सशस्त्र बल तैनात कर ग्रामीणों को गांव में ही नजरबंद किया गया वहां पर किसी भी तरह के वाहन नहीं पहुंचने दिये गये गांव में लोगों को कैद कर रखा गया है।
मैंने जिले में हुये हैण्डपंप घोटाले, विकास कार्य अवरूद्ध होने सहित विभिन्न विभागों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास किया लेकिन मेरी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। जिले के मंत्री ओमकार मरकाम के दबाव में मुझ पर दबाव बनाया गया।यह सरकार खजाना खाली होने का रोना रोते हुये स्थानांतरण उद्योग चलाने और जनता का इसी तरह करोडों रूपये बर्बाद करने में व्यस्त है।
ज्योति प्रकाश धुर्वे
जिला पंचायत अध्यक्ष
डिण्डौरी