
जबलपुर कलेक्टर कार्यालय में लोकायुक्त टीम को देखते ही रिश्वत के रुपए फेंककर भागा सहायक पेंशन अधिकारी
लोकायुक्त ने की कार्यवाही
जनपथ टुडे, जबलपुर, 1 सितंबर 2021, जबलपुर स्थित कलेक्ट्रेट में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब लोकायुक्त टीम को देखते ही रिश्वत के 19 हजार रुपए फेंककर संभागीय पेंशन अधिकारी चैतन्य सराफ ने दौड़ लगा दी। जिन्हे किसी तरह समझाते हुए रोका गया फिर आफिस के अंदर विधिवत कार्यवाही की गई। पेंशन अधिकारी के रिश्वत लेते पकडऩे जाने की खबर के बाद कलेक्टर कार्यालय में हड़कम्प मच गया।
इस संबंध में लोकायुक्त इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास ने बताया कि विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पाटन में पदस्थ सहायक ग्रेड टू रवि मिश्रा पिता स्वर्गीय उमादत्त मिश्रा निवासी नवनिवेश कालोनी गंगा नगर गढ़ा ने कलेक्टे्रट स्थित संभागीय पेंशन अधिकारी कार्यालय में शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक स्कूल पाटन संकुल केंद्र जबलपुर वेतनमान की 38 सेवा पुस्तिका का अनुमोदन करने के लिए दिया, जिसपर सहायक पेंशन अधिकारी चैतन्य सराफ ने प्रति सेवा पुस्तिका 5 सौ रुपए के हिसाब से 19 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. रवि मिश्रा ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की। इसके बाद आज रवि मिश्रा कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित आफिस में पहुंचे, जैसे ही उन्होने 19 हजार रुपए की रिश्वत सहायक पेंशन अधिकारी चैतन्य सराफ को दी और चैतन्य सराफ ने जैसे ही रुपए हाथ में लिए तभी लोकायुक्त टीम के इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास, भूपेंद्र दीवान, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित मंडल व विजय बिष्ट ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया।
लोकायुक्त टीम को देखकर सहायक पेंशन अधिकारी चैतन्य सराफ रिश्वत के 19 हजार रुपए फेंककर भाग निकले, जिन्हे लोकायुक्त टीम ने रोककर समझाइश दी। इसके बाद कार्यालय में लोकायुक्त टीम ने कार्यवाही की।
अकेले नहीं लेता था रिश्वत
खबर यह है कि लोकायुक्त टीम के हत्थे चढऩे के बाद सहायक पेंशन अधिकारी चैतन्य सराफ द्वारा और भी कई अधिकारियों के नाम लेते हुए कहा है कि वह अकेले ही रिश्वत की राशि नही लेता था। इसमें और भी लोगों का हिस्सा होता है. चैतन्य सराफ द्वारा अधिकारियों के नाम लिए जाने के बाद चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है।