
मिलेट के अंतर्गत कलेक्ट्रेट में ’श्री अन्न’ कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न
जिला प्रशासन द्वारा कोदो-कुटकी के व्यंजनों को प्रोत्साहित करने की पहल
जनपथ टुडे, डिण्डौरी: 18 मार्च 2023, श्री अन्न को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है। डिंडौरी जिले में रविवार को कलेक्ट्रेट परिसर में जिला प्रशासन, किसान कल्याण तथा कृषि विभाग और प्रदान संस्था के द्वारा कोदो, कुटकी की पौष्टिकता और उसके महत्व को बताने व प्रोत्साहित करने के लिए ’श्री अन्न’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ’श्री अन्न’ के व्यंजनों से अतिथियों को भोजन कराने तथा उनके अनुभवों को जानने की पहल की गई। जिससे श्री अन्न की उपयोगिता बढ सके और लोग अपने भोजन में श्री अन्न को अनिवार्य रूप से शामिल करे।
आयोजित कार्यक्रम में कोदो-कुटकी से श्री भोग में खीर, पुडी, भजिया, कुटकी के चावल, केक आदि स्वादिष्ठ व्यजंन बनाए गए। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष अवधराज बिलैया, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योति प्रकाश धुर्वे, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हीरा रूद्रेश परस्ते, जनपद पंचायत डिंडौरी अध्यक्ष श्रीमती आशा सिंह, जनपद पंचायत अमरपुर अध्यक्ष हन्नू सिंह पटटा, कलेक्टर विकास मिश्रा, पुलिस अधीक्षक संजीव सिंन्हा, जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती नंदा भलावे, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ सिंह, एसडीएम डिंडौरी बलवीर रमण, सयुक्त कलेक्टर सुश्री रजनी वर्मा, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान रावेन्द्र मिश्रा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग संतोष शुक्ला सहित विभागीय अधिकारी – कर्मचारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
आयोजित कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और कृषक महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने उपस्थित मेहमानों को भोजन व व्यजंन परोसे। जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योतिप्रकाश धुर्वे ने बैगा जनजाति के वृद्व महिला एवं पुरूषों को भोजन परोसा उन्होने बताया कि कोदो-कुटकी अनाज में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में रहते है। हमारे बुजुर्ग लोग पहले कोदो-कुटकी अनाज का भोेजन करते थे, जिससे वे हमेशा स्वस्थ रहते थे। वर्तमान समय में हमें श्री अन्न का उपयोग करना चाहिए। जिससे हम स्वस्थ और निरोग रहे।
आयोजित कार्यक्रम में जी-20 के मंत्र ’एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ वसुदेव कुटुंबकम का अनुसरण करतेे हुये श्री भोज को पूर्णतः ऑरगेनिक बनाने की अनूठी कोशिश की गई है। श्री अन्न से बने व्यंजनों को खाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले बर्तन गन्ने के व्यर्थ पदार्थों से बनाए गए थे। व्यंजनों की सूची में कुटकी से बनी हुई पूरियां, कचौरियां, लाजवाब पकौडे, श्री पुलाव व श्रीभोग कुटकी खीर सम्मिलित की गई थी। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर विकास मिश्रा ने कार्यक्रम में शामिल हुए पेंशनर दंपतियों का स्वागत किया और उन्हें उपहार में कोदो कुटकी से बने बिस्कुट और मेगी और आयुष किट प्रदान की। कार्यक्रम में शामिल बुजुर्ग बैगा जनजाति के सभी व्यक्तियों को जो मूलतः इन्हीं अनाजों से बना आहार ग्रहण करते है को श्री अन्न से बनाए गए व्यंजन परोसे गए। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने श्री अन्न से बने व्यंजनों के साथ साथ जिला प्रशासन की इस पहल की भी प्रसंशा की।