
अब सीधे किसानों के खाते में डाला जाएगा अनुदान, 100 करोड़ का यंत्रीकरण योजना में EOW की जांच शुरू
जनपथ टुडे, भोपाल, 7 अक्टूबर 2020, उद्यानिकी विभाग में 100 करोड़ की यंत्रीकरण योजना में आर्थिक अनियमितता पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की ओर से EOW ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। EOW ने उद्यानिकी आयुक्त को नोटिस देकर सारा रिकॉर्ड तलब कर लिया है। जिसके बाद अब सीधे डीलरो के खाते में राशि देना बंद कर दी गई है। अब किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट से अनुदान की राशि दी जाएगी। जबकि पिछले साल डीलरो को सीधे करोड़ों रुपए के भुगतान कर दिए गए थे।
ई ओ डब्ल्यू के निरीक्षक पंकज गौतम ने प्राथमिकी दर्ज करने वाले नोटिस के साथ यंत्रीकरण योजना में 2011 से शुरू होने का रिकॉर्ड तलब किया है। आयुक्त से योजना का विवरण के साथ ही किसानों को देने वाले यंत्र नाम, पता, अनुदान राशि और डीलरो का रिकॉर्ड मांगा गया है। पावर टिलर जैसे उपकरणों की खरीदी, किसानों को यंत्र देने की प्रक्रिया, उनसे अनुदान राशि लेने के तरीके जैसे सभी नियमों का रिकार्ड बुलाया गया है।
उधर ही हो डब्ल्यू नोटिस के बाद उद्यानिकी आयुक्त पुष्कर सिंह ने सभी जिलों में किसी भी योजना में खरीदी पर अनुदान राशि सीधे किसानों के खाते में डालने के निर्देश जारी कर दिए हैं।पिछले साल तत्कालीन उद्यानकी आयुक्त एम कालीदुरई ने डीबीटी में बदलाव कर दिया था केंद्र के नियम बदल दिए गए थे योजना के नोडल अफसर राजेंद्र कुमार राजोरिया के निर्देश पर मध्य प्रदेश में एमपी एग्रो से किसानों को अनुदान की राशि करोड़ों रुपए डीलरो के खाते में डाली जा रही थी।
इस मामले में एमपी एग्रो के एम डी के साथ चार सदस्यों की टीम ने जांच करने के बाद Eow जांच की सिफारिश की थी ।