
शहपुरा /अतिक्रमण हटाने में सिर्फ गरीबों पर कार्यवाही के आरोप
अमीरों के आलीशान भवन अतिक्रमण की ज़द से बाहर
नप सीएमओ भूपेंद्र पंद्रो पर भेदभाव व मनमानी कार्रवाई के आरोप
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 19 दिसंबर 2020, शहपुरा, शहर में कल शनिवार को मुख्य मार्ग से 40 फ़ीट नाली के बाहर तक के अतिक्रमण हटाये गए। अतिक्रमण हटाने में हमेशा की ही तरह भाई-भतीजावाद व दोगली नीति अपनाई गई , और अंततः अंजाम वही ढाक के तीन पात !
नगर में पैसे वालों के आलीशान भवन, दुकान, प्रतिष्ठान अब भी जस के तस खड़े हुए हैं सुरक्षित और केवल गरीबों और छोटे व्यापारियों को ही मुहिम का निशाना बनाकर अतिक्रमण हटाने की मनमाना कार्रवाई को अंजाम दिया गया। स्थानीय नागरिकों ने नगर परिषद के अमले और अधिकारियों पर भेद भाव के आरोप लगाए है और आम नागरिकों में नगर परिषद् के प्रति आक्रोश देखा गया। विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हुई , लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने में बराबरी का व्यवहार होना चाहिए अन्यथा खानापूर्ति करने मात्र का कोई फायदा नहीं है। हटे तो सभी का अतिक्रमण हटे अन्यथा न हटे , इस विरोधाभाषी कार्यप्रणाली को लेकर अब नगर परिषद् सीएमओ भूपेंद्र की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है।
लोगों का कहना है कि शासन के निर्देश पर नियमानुसार और न्यायसंगत कार्यवाही की जानी चाहिए किन्तु इसकी हिम्मत किसी में नहीं है है बड़े सेठ, साहूकार और दमदार लोगों के रसूख के आगे डरे सहमे अधिकारी मात्र खानापूर्ति के लिए अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही में गरीबों को निशाना बना रहे है जबकि बड़े लोगों के जो हिस्से अतिक्रमण में है उन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है।
इनका कहना है :-
इस अतिक्रमण की कार्रवाई में नगर परिषद की कोई भूमिका नहीं है यह सब जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर हुआ है।
राजेश गुप्ता,
अध्यक्ष नगर परिषद शहपुरा
मुझे अतिक्रमण हटने की कोई जानकारी नहीं है सीएमओ ने अपने मनमाफिक काम किया है सीएमओ इसके खुद ज़िम्मेदार हैं बल्कि अतिक्रमण हटाये जाने की जानकारी मुझे आपसे ही मिल रही है हमें अतिक्रमण की जानकारी दिए बिन कार्य करना गलत है हमारा तो कहना है कि किसी के साथ भी पक्षपात व भेदभाव न हो किसी का अहित न हो।
अनूप गुप्ता,
उपाध्यक्ष नगर परिषद शहपुरा
“नगर में बिना भेदभाव के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होनी चाहिए यदि इसमें भाई भतीजावाद हो रहा है तो गलत है इसकी शिकायत हम उच्चाधिकारियों तक पहुंचाएंगे।”