
पीएचई के अधिकारियों के संरक्षण में ठेकेदार कर रहा गुणवत्ताहीन कार्य
ठेकेदार भाजपा नेता और पत्रकार होने की देता है धौस
औरई माल, डिडोरी का मामला
जल जीवन मिशन के कार्य की जांच की मांग
जिला मुख्यालय के करीबी गांव में भी नहीं कर पा रही पीएचई निगरानी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 14 अप्रैल 2022, ग्राम धौरई रैयत ग्राम पंचायत औरई माल विकासखंड डिंडोरी में जल जीवन मिशन के तहत नल जल योजना का कार्य किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की फर्म यूनीक ट्रेडर्स ठेकेदार दिग्विजय सिंह के द्वारा पिछले लगभग दस माह से ग्राम धौरई रैयत में पाइप लाइन का कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर पहले भी ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी। कार्य की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण अपनी आपत्ति दर्ज करवाते रहे है। बताया जाता है कि ठेकेदार द्वारा सीसी रोड के बराबर से पाइप लाइन डाली गई है। जबकि विभाग के स्टीमेट और तकनीकी निर्देशों के अनुसार 1.20 मीटर गहराई में पाईप लाइन डाली जानी चाहिए। किन्तु शासन की गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए मनमानी पूर्वक गुणवत्ताहीन कार्य ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। जो पाइपलाइन वाहनों के आवागमन से बहुत जल्दी क्षतिग्रस्त होने की संभावना है।
भविष्य को देखते हुए ग्रामवासीयों द्वारा ठेकेदार से लाइन को उचित गहराई में बिछाने का अनुरोध करने पर ठेकेदार कहता है मै तो इसी तरह काम करुगा, तुम लोगों को जो करना है करो, जहां शिकायत करना है करो। लोगों का कहना यह है कि ठेकेदार खुद को बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता और पत्रकार बताकर लोगों को चमकता है। शायद यही वजह है कि पीएचई के अधिकारी उसके दबाव ने है और चल रहा काम घटिया तरीके से करने की उसे खुली छूट दी जा रही है।
ठेकेदार के बर्ताव को देखते हुए सभी ग्रामवासी सहायक यंत्री को भी कई बार फोन के माध्यम से अवगत करा चुके है। तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य कराए जाने की मांग कर चुके है तब भी न तो पीएचई का अमला काम का निरीक्षण कर सुधार करवा रहा है न ही ठेकेदार कार्य को निर्धारित तकनीकी निर्देशों के अनुसार कर रहा है।
सहायक यंत्री द्वारा ग्रामवासियों को आश्वासन दिया गया कि जहां गड़बड़ी हुई है। उधर जल्द से जल्द सुधार करा कर गांव में बहुत जल्द पानी उपलब्ध करा दिया जाएगा। पर सहायक यंत्री द्वारा आश्वासन दिए 2 माह बीत चुके है पर अब तक ना तो काम पूरा हुआ ना पानी मिल पा रहा है जबकि शासन की मोटी राशि व्यय हो चुकी है और ठेकेदार को विभाग मनमाना भुगतान कर रहा है तब भी ग्रामवासियों को गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए भटकना पड़ रहा है और पीएचई के अधिकारी कर्मचारीयों को चल रहे काम को देखने तक की फुर्सत नहीं है। न ही गर्मियों के दौरान ग्राम में होने वाले जल संकट की परवाह है।
ग्रामवासियों ने जल संकट, ठेकेदार की मनमानी और पीएचई की मनमानी कार्यप्रणाली की शिकायत जिला कलेक्टर से कर जल्दी से जल्दी पानी के लिए मोहताज दिनो दिन पानी के स्तर नीचे होते जा रहा है ऐस स्थिति में ग्रामवासियों को पानी के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है उससे निजाद दिलाए जाने की मांग जिला प्रशासन से की है।
जल जीवन मिशन में चल रहे घटिया कार्य, पीएचई खामोश
जिले भर में पीएचई के माध्यम से करवाए जा रहे जल जीवन मिशन के कार्यों में तकनीकी निर्देशों की खुली अवहेलना हो रही है। तमाम बाहरी ठेकेदारों द्वारा ब्लो रेट पर काम ले लिए गए है और अब थूका लपेटी की जा रही है। जिसने विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से बिल्कुल नहीं नकारा जा सकता। चुकी जल आपूर्ति से जुड़ा मामला है और कार्य प्रगति के चलते जैसे तैसे कार्य पूर्ण करवाए जाने को प्राथमिकता दी जा रही। किन्तु जिस तरह गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है उससे शासन कि करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी चंद महीनों बाद ये योजनाएं बन्द पड़ी नजर आएगी, लाइन क्षति ग्रस्त पड़ी दिखाई देगी। जिला प्रशासन को कार्य पूर्णता की गति के साथ साथ कार्य की गुणवत्ता की भी समीक्षा कर ठेकेदारों के भुगतान किए जाने की कार्यवाही की जानी चाहिए। विभागीय अमला ठेकेदारों को मनमानी करने की खुली छूट दे चुका है इसके कई मामले पहले भी सामने आ चुके है।