डॉ. डी. एन. श्रीवास ने राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रथम स्थान प्राप्त किया

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जन पथ टुडे, डिंडोरी, 3 मार्च 23, आजादी के अमृत महोत्सव, जी-20 के तहत राष्ट्रीय सम्मेलन मिलेट्स के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन समस्याएं एवं समाधान विषय पर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी का भव्य समापन कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की अध्यक्षता एवं भारतीय किसान संघ, अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
इस कार्यक्रम में सम्मिलित कृषि अनुसंधान केंद्र डिंडोरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर डी.एन. श्रीवास ने अपने वक्तव्य में बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली मिलेट्स पूर्ण रूप से प्राकृतिक एवं जैविक रूप से उगाई जाती है, ये हानिरहित होकर स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है। अतः आगामी समय में पूर्ण जैविक एवं प्राकृतिक रूप से फसलों के उत्पादन हेतु विशेष
कृषि कार्य माला तैयार कर कार्य करना चाहिए।
इसके साथ ही उत्तम बीज की उपलब्धता एवं
सही मार्गदर्शन अति आवश्यक है, उत्पादन के
साथ ही इसका आम जनमानस में कैसे उपयोग किया जा सकता है. इस हेतु किसानों को जागरूक करना उत्पादन एवं प्रोसेसिंग एवं बाजार में सही मूल्य दिलाने हेतु कार्य करने की आवश्यकता है। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी सहजता से हो सकेगी। संगोष्ठी के समापन के पहले मुख्यअतिथि दिनेश कुलकर्णी द्वारा मिलेट्स के उत्पादों फसलों से संबंधित विभिन्न स्टॉलों को अवलोकन किया गया। जिसमें कृषि अनुसंधान केंद्र डिंडोरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डी. एन. श्रीवास के द्वारा प्रस्तुत प्रदर्शनी को राष्ट्रीय सम्मेलन में पहला स्थान प्राप्त हुआ। जिसके लिए उन्हें सम्मेलन में अतिथिगणों के द्वारा सम्मानित किया गया और शुभकामनाएं दी गई।

ज्ञातव्य है की डॉक्टर डी. एन. श्रीवास विगत 30 वर्षों से डिंडोरी जिले में कृषि अनुसंधान केंद्र में पदस्थ होकर निरंतर कृषि क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और कृषकों को उनके फसलों के बेहतर उत्पादन और गुणवत्ता के लिए मार्गदर्शन करते रहते हैं। उनके पुरस्कार प्राप्त करने पर डिंडोरी जिले के समस्त कृषकों ने मित्रों ने शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी है।

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