
पानी तक नसीब नहीं हुआ किसानों को
PM किसान सम्मान कार्यक्रम में कृषको की उपेक्षा
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 25 दिसंबर 2020, किसानों के सम्मान के दावे वाले किसान सम्मेलन कार्यक्रम में किसानों के सम्मान का कितना ख्याल रखा जाता है इसकी कलई शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित पीएम किसान सम्मान निधि कार्यक्रम में खुल गई।आयोजन में दूर-दराज से पहुंचे किसानों को पानी तक नसीब नहीं हुआ। “भूखे पेट भजन न होय गोपाला” के मुहावरे को याद करके किसानों ने दोबारा ऐसे कार्यक्रमों में शिरकत न करने की बात कह आयोजको को जमकर कोसा।
सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक चले PM किसान सम्मान कार्यक्रम के दौरान किसानों की उपेक्षा का आलम यह रहा कि भोजन और नाश्ता तो दूर की बात मौजूद किसानों को पानी तक उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसको लेकर कार्यक्रम में आए किसानों में जमकर नाराजगी देखी गई। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने आयोजन में शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के लाईव भाषणों को खाली पेट देखते और सुनते किसानों के पेट मे चूहे कूदते रहे लेकिन मंचासीन प्रशासन और किसानों के नाम पर राजनीति चमकाने बाले नेताओ ने किसानों की सुध नही ली। किसानों की भूख प्यास को पूरे आयोजन के बीच प्रशासन और आयोजकों ने दरकिनार रखा। जबकि कार्यक्रम में पूर्व केविनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत, कलेक्टर बी कार्तिकेयन, CEO ZP श्री विश्वकर्मा सहित तमाम अधिकारी और भाजपा नेता उपस्थित थे।गौरतलब है कि किसान सम्मान कार्यक्रम में किसानों की सहभागिता सुनिश्चित करने जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन हैरत की बात है कि आयोजन में लाए गए किसानों के खानपान को सब भूल गए जिससे किसान सम्मान कार्यक्रम में आए किसानों में नाराजगी देखी गई।