
पांच साल के बच्चे को मिली सरकारी नौकरी, मप्र पुलिस में बाल आरक्षक बना
जनपथ टुडे, नरसिंहपुर, 24 फरवरी 2022, देश प्रदेश में जहां बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और पढ़े लिखे नौजवान बेकार घूम रहे है और सरकारी नौकरी पाना तो सपना बन चुका है ऐसे में मध्यप्रदेश में 5 साल के मासूम बच्चे को सरकारी नौकरी मिल गई। अब वह मध्यप्रदेश पुलिस में बाल आरक्षक के पद पर काम करेगा। उसे नियमित कर्मचारी की तरह वेतन मिलेगा।
यह संभव हुआ प्रदेश पुलिस की अनुकंपा नियुक्ति नीति के कारण। जबकि मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों में उम्मीदवार अनुकंपा नियुक्ति के लिए वर्षो से संघर्ष कर रहे हैं। शिक्षा विभाग में जब तक निर्धारित आयु और शैक्षणिक योग्यता पूरी न हो जाए, अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर आश्रित को चपरासी भी नहीं बनाते, लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस की अनुकंपा नियुक्ति पॉलिसी इनसे अलग है। नरसिंहपुर में पद रिक्त नहीं था तो कटनी में अनुकंपा नियुक्ति दी गई
बाल आरक्षक की मां सविता मरकाम ने बताया कि उनके पति प्रधान आरक्षक, चालक श्याम सिंह मरकाम निवासी कुहिया छपारा तहसील लखनादौन जिला सिवनी की 23 फरवरी 2017 को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद पत्नी सविता मरकाम ने अधिकारियों को बताया कि उनके परिवार में कोई भी वयस्क नहीं है उत्तराधिकारी पुत्र की उम्र मात्र 5 साल है। परिवार का भरण पोषण और जीवन संकट में आ गया है। अधिकारियों ने 5 साल के बालक गजेंद्र मरकाम को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने के लिए सहमति व्यक्त की। नरसिंहपुर में पद खाली ना होने से बालक को प्रदेश के कटनी जिले में नियुक्ति दी गई।पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने आवश्यक कार्यवाही कराते हुए मां की उपस्थिति में 5 वर्ष के बालक को बाला आरक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
बाल आरक्षक नहीं करेगा कोई काम बल्कि अपनी पढ़ाई पूरी करेगा
एसपी सुनील कुमार ने बताया कि बाल आरक्षक गजेंद्र की नियुक्ति पुलिस लाइन में की गई है। बालक अभी पुलिस का कोई कार्य नहीं करेगा बल्कि वह अपनी मां के साथ रहकर अपनी पढ़ाई करेगा।जब वह 18 वर्ष का हो जाएगा और सख्त शैक्षणिक योग्यता के साथ शारीरिक दक्षता प्राप्त कर लेगा उसके बाद चरित्र प्रमाण पत्र के आधार पर उसकी पदस्थापना आरक्षक के रूप में होगी। बाला रक्षक गुरु विभाग की शर्तों के अधीन सातवें वेतनमान 19500 रुपए का आधा और शासन द्वारा स्वीकृत महंगाई भत्ता मिलेगा।