
अजगर पंचायत में रोक के बाद भी बन रहा घटिया चेक डैम, बाल श्रमिक कर रहे काम
गरीब मजदूरों के नाम पर, जंगल में भ्रष्टाचार का मंगल
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 25 मई 2020, समनापुर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत अजगर में बच्चों को काम करते हुए और पंचायत द्वारा बाल श्रमिको का शोषण करने का मामला सामने आया है। कार्यस्थल पर सोसल डिस्टेंसइग और कोरोना से बचाव के कोई भी उपाय नहीं किए जा रहे है न मास्क का उपयोग नहीं कही सेनेटाइजर और न हाथ धोने के लिए पानी साबुन।
पत्थर भरे जा रहे है डेम में कांक्रीट के स्थान पर
वही घटिया निर्माण अजगर ग्राम पंचायत के रजनीसरई चेक डेम में किया जा रहा है, बीच में पत्थर भर कर आस पास कांक्रीट डाल कर खानापूर्ति की जा रही है, सूखा मिक्स गिट्टी और सीमेंट लगाकर बनाया जा रहा उक्त डेम कितने दिन बचेगा ये कहना तो मुश्किल है, पर हा इसके लिए आवंटित राशि जरूर बड़ी मात्रा में बचा कर इसका बंदरबाट किया जाएगा और यही वजह है कि न तो गुणवत्ता से सब इंजीनियर को मतलब है
और न सीईओ जनपद पंचायत या तकनीकी शाखा को। सबको अपने हिस्से से है मतलब। यही वजह है कि जिले में ग्राम पंचायत द्वारा बनाए जा रहे चेक डेम ठेके पर बन रहे है जो कि ऊपर से प्लास्टर कर चमका दिए जाते है और इनके भीतर भर दिए जाते है पत्थर और रेत।
अजगर में चल रहे निर्माण कार्य की फोटो ही इसकी गुणवत्ता दिखा रही है जो शासन की राशि को डकारने का खुला प्रयोजन भर दिखाई देता है और इसकी शिकायते भी बड़े स्तर पर होने के बाद जिला पंचायत द्वारा इन कार्यों पर रोक लगा दी है जनपद पंचायतों द्वारा भी चेक डेम के कार्य न करने के आदेश जारी किए गए है किन्तु मोटी कमाई के चक्कर में ये कार्य पंचायतों में जारी है
और इनका मूल्यांकन आगे पीछे की तिथियों में कर लिए जायेगे ऐसा सूत्र बताते है। इन में लोहे का नामो निशान नहीं है और खुलेआम पत्थर भरे जा रहे है जिला पंचायत के अधिकारियों से अनुरोध है उक्त निर्माण कार्य की जांच जिला स्तर से करवा कर उपयंत्री और सचिव, सहायक के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाना चाहिए। इस घटिया काम को लेकर ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव से हमारे द्वारा चर्चा करने की कोशिश की जाती रही पर वो फोन उठाने ही तैयार नहीं है तकनीकी जानकारी के लिए जवाबदार सब इंजीनियर का मोबाइल भी कवरेज में नहीं है।
खुले आम निर्माण कार्य के मापदंडों की धज्जियां उड़ रही है मनरेगा जो कि जरूरतमंदो लोगो को रोजगार देने शुरू की गई योजना है फिलहाल शासकीय अमले और पंचायत प्रतिनिधियों की जेब भरने में उपयोग हो रही है।
घटिया से घटिया काम समनापुर के वनग्रामो में सबकी मिली भगत से किए जा रहे है जो शर्मनाक है और शासन को चुना लगाने में शासन का अमला ही मुस्तैद है ऐसे निर्माण कार्यों की जांच कर जिम्मेदार लोगो को दण्ड देना जिला पंचायत का कार्य है यदि वे मुस्तैद है तो।