
साहित्य सहोदर का अभूतपूर्व आयोजन
जनपथ टुडे, जबलपुर, दिनांक 14 जून 2022 को कबीर जयंती पर संस्कारधानी की सुप्रसिद्ध साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक संस्था साहित्य सहोदर के तत्वाधान में अपनी स्थापना के 30 वें वर्ष में कबीर सम्मान समारोह का आयोजन जानकीरमण महाविद्यालय, जबलपुर में अत्यंत गरिमामयी और आत्मीयता पूर्ण वातावरण में किया गया।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक सुरेश मिश्र ‘विचित्र’ ने संत कबीर को समाज का सशक्त व्यंग्यकार निरूपित करते हुए सभा में उपस्थित सभी साहित्यकारों को कबीर की संज्ञा दी तत्पश्चात् उनके द्वारा सृजित ‘बच्चे गाँव के’ कृति का विमोचन किया गया। इस अवसर पर डॉ.अशोक कुमार तिवारी (सागर) ने कृति की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए नगद राशि देकर पुस्तक क्रय करते हुए एक अच्छी परम्परा की शुरुआत की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मा. सुमित्रा बाल्मीक (राज्य सभा सदस्य, म.प्र.)अध्यक्ष डॉ. अभिजात कृष्ण त्रिपाठी एवं सारस्वत अतिथि आचार्य डा. हरिशंकर दुबे, श्री शरद चंद्र पालन, डॉ. साध्वी विभानंद गिरि, पं.रुद्र दत्त दुबे ‘करुन’ एवं मुख्य वक्ता के रूप में पं.सम्पूर्ण तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ता, म.प्र.उच्च न्यायालय ने सभा को संबोधित करते हुए संत कबीर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में डॉ.भजनलाल महोबिया(संरक्षक-आल्हा साहित्य परिषद जबलपुर), श्रीमती माया पाण्डेय(संरक्षक-निराश्रित बाल कल्याण विभाग, जबलपुर), डा.विजय चौरसिया (आदिवासी लोककला मर्मज्ञ, डिण्डौरी), डा.अशोक कुमार तिवारी(वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं साहित्यकार, सागर), श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ (सुप्रसिद्ध मंच संचालक एवं साहित्यकार, जबलपुर)एवं श्री सुनील जैन (वरिष्ठ समाज सेवी, भेड़ाघाट, जबलपुर)को कबीर सम्मान 2022 से अलंकृत किया गया।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में डा. उदय भान तिवारी के भजन गायन के पश्चात् नाट्य लोक संस्था, जबलपुर ने कबीर स्वरांजलि की मनमोहक प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम का कुशल एवं प्रभावी संचालन डॉ. आनंद सिंह राणा (सुप्रसिद्ध इतिहास वेत्ता एवं महामंत्री, साहित्य सहोदर) द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में संस्कारधानी के ख्यातिलब्ध साहित्यकार राजसागरी, अभिमन्यु जैन, रमेश सैनी, निरंजन द्विवेदी ‘वत्स’, डॉ.कौशल किशोर दुबे, प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे, डॉ.गंगा धर त्रिपाठी, डॉ.शक्ति सिंह मंडलोई, प्रतुल श्रीवास्तव, यू.एस.दुबे, राजेंद्र मिश्रा, इरफान झांसवी, अभय तिवारी, आशुतोष तिवारी, ध्रुव कुमार गुप्ता, सुभाष जैन ‘शलभ’, सुरेश ‘दर्पण, ‘संतोष नेमा ‘संतोष’, डॉ.भावना दीक्षित, श्रीमती माधुरी मिश्रा,अस्मिता शैली, डॉ.गीता पाण्डेय ‘बेबी’, प्रभा विश्वकर्मा ‘शील’ मनोज जैन ‘मित्र’, सतीश जैन ‘नवल’, अजय मिश्रा ‘अजेय’ एवं अन्य साहित्यकारों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।