
यात्री बसों के संचालन में अड़ंगा, प्रदेशभर में नहीं चल रही बसे
तीन माह का रोड टैक्स माफ करे सरकार
50% क्षमता, पूर्व निर्धारित किराए पर नहीं चलेगी बसे
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 4 जून 2020, प्रदेश में सार्वजानिक यातायात बहाल किए जाने के बाद भी कल पूरे दिन सड़के खाली दिखाई दी यात्री बसे सड़कों पर नहीं दौड़ी, कई स्थानों पर यात्री बसों की प्रतीक्षा करते रहे पर बसो का संचालन प्रारंभ नहीं हुआ।
कोबिड -19 के निर्देशों के तहत जिला प्रशासन ने आधी सवारी क्षमता के साथ कुछ और शर्तो पर बसो के संचालन की अनुमति दी है, जिनको मानते हुए बस संचालक यात्री बसों का संचालन संभव ही नहीं मानते।
जिले के बस संचालकों ने भी अपना ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है जिसमें सबसे पहली मांग है विगत तीन माह के रोड़ टैक्स को माफ किया जावे क्योंकि उन्होंने बसो का संचालन अपनी मर्जी से नहीं बल्कि सरकार के निर्देश पर बंद किया था। इसी तरह वाहनों की किस्त में ब्याज की कटौती और बीमा प्रीमियम में भी बस संचालक छूट चाहते है। साथ ही आधी सवारी क्षमता पर बस चलाने में उनको हानि उठाना होगी। इनकी मांग है कि या तो सरकार किराया बढ़ाए या फिर खाली सीटों का किराया बस संचालकों को सरकार दे तब ही बसो का संचालन संभव है।
इनका कहना है :-
पहले सरकार पिछले दो माह का रोड टैक्स माफ करे, और हमारी मांगों पर विचार करे तभी बसो का संचालन प्रारंभ हो पाएगा।
रज्जाक अली,
संचालक,
आर अली ट्रेवल्स, डिंडोरी
मोटर मालिक वैसे ही पिछले मार्च से आर्थिक संकट झेल रहे है, सरकार के निर्देश पर कारोबार बंद किया गया था और अब बकाया टैक्स, ब्याज, बीमा सबकी मार भी झेलना और आधी सवारी बैठा कर कारोबार संभव नहीं है।
केशव नायक संचालक,
श्लोक ट्रेवल्स, डिंडोरी
शासन के द्वारा जारी निर्देशों पर बस संचालित करना संभव नहीं है, प्रदेश स्तर पर ऑपरेटरों की मांगे सरकार मान लेगी तभी बसों का संचालन संभव है।
रीनेश चौबे,
संचालक,
चौबे ट्रेवल्स, डिंडोरी
मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर्स एसोसियशन ने बस मालिकों की समस्याओं और संचालन की शर्तो का मांग पत्र सरकार के सामने रखा है, जिला स्तर पर भी वह स्थानीय प्रशासन के संज्ञान में लाया गया है, जिस पर निर्णय के बाद ही हम यात्रियों को सेवाएं दे पाएंगे।
आकाश केसवानी,
आकाश ट्रेवल्स, डिंडोरी
प्रशासन की शर्तो पर 50% क्षमता के साथ बस संचालन से न तो गाड़ी के खर्च निकलेंगे, न स्टाफ का वेतन देना संभव है। दूसरी ओर जिले में बिना परमिट के आटो चालक ठूस ठूस कर सवारिया ढो रहे है जिसपर कोई गौर नहीं कर रहा है, बंदिश बसों के लिए ही क्यों लागू है? सरकार बस ऑपरेटरों की मांगों पर गंभीरता से विचार करे कोई भी बेजा मांग नहीं है।
मुन्ना भाईजान,
बस संचालक, डिंडोरी