
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुसलमानों को फिर दिखाया ठेंगा – इरफ़ान मलिक
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 2023, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरफान मलिक ने मध्यप्रदेश की राजनीति में मुस्लिम समाज की निरंतर हो रही दुर्गति और ख़राब स्थिति पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश में जारी विधानसभा प्रत्याशियों की सूची में मात्र दो सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट देकर स्पष्ट कर दिया है कांग्रेस को मुसलमानों का सिर्फ वोट चाहिए वो भी सौ प्रतिशत पार्टी केवल मजबूरी के चलते मुस्लिमों को पार्टी में अवसर दे रही है। कांग्रेस द्वारा जारी सूची में केवल भोपाल उत्तर से आरिफ अकील और भोपाल मध्य से आरिफ मसूद को टिकट दिया है। जिसमें आरिफ मसूद वर्तमान में कांग्रेस विधायक है वहीं आरिफ अकील लगातार विधानसभा का चुनाव जीतते रहे है। ये दोनों ही क्षेत्र मुस्लिम मतदाता बहुल है और इन सीटों पर कांग्रेस के पास कोई और विकल्प नहीं है। इरफ़ान मलिक ने कहा इसके अलावा प्रदेश की 50 से अधिक सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का गहरा प्रभाव है किन्तु अन्य किसी भी क्षेत्र से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दे कर यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस में मुसलमानों की वास्तविक हैसियत क्या है? इरफान मलिक ने कहा कि कांग्रेस के लगातार मुस्लिम आजादी के समय से साथ देता आ रहा है पर अब जब मुसलमान शोषित, पीड़ित और वर्तमान सरकार की नीतियों से डरा सहमा हुआ है ऐसे में मुसलमानों को प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है ऐसे में कांग्रेस ने मात्र दो मुसलमानों को टिकट देकर मुस्लिम मतदाताओं की औकात बता दी है।
मध्यप्रदेश में आज की स्थिति में लगभग 80 लाख मुस्लिम है जिनको भाजपा कभी प्रतिनिधित्व देती ही नहीं है। वहीं कांग्रेस ने भी मात्र दो लोगों को प्रत्याशी बनाकर जता दिया है कि पार्टी में मुसलमानों का मजबूत वजूद नहीं है। इरफान मालिक ने प्रदेश के मुस्लिम मतदाताओं से जाग जाने की अपील करते हुए कहा है कि वे कांग्रेस और भाजपा की हकीकत को समझे और अब समय आ गया है कि इन दोनों पार्टी को प्रदेश का मुसलमान सबक सिखाने का काम करे प्रदेश के मुसलमानों को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पूरा सम्मान देगी। गोंगपा ने अब तक 15 प्रत्याशियों की सूची जारी की है जिसमें 1 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है आगामी प्रत्याशियों की सूची में भी पार्टी मुसलमान उम्मीदवारों को ससम्मान चुनाव मैदान में उतारने का प्रयास कर रही है।
इरफ़ान मालिक ने कहा कि 2018 का विधान सभा चुनाव याद दिलाना चाहता हूं, जब उन्होंने मुस्लिम समाज से यह कहकर गुहार लगाई थी की, मुस्लिम समाज यदि कांग्रेस को 70 से 90 प्रतिशत वोट डाल देगा तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन जाएगी और मुस्लिम समाज ने कमलनाथ की अपील पर कांग्रेस के पक्ष में अपना समर्थन और भरपूर वोट दिया। मैं यहां याद दिलाना चाहूंगा की प्रदेश की कुल 230 सीट्स में 69 सीट्स ऐसी हैं जिनमे से 47 पर मुस्लिम वोट चुनाव को प्रभावित करता है। वहीं 22 सीट्स पर वह निर्णायक भूमिका में रहता है। अब कांग्रेस अपने गिरेबान में झांक कर देखे की यदि 2018 के चुनाव में कांग्रेस द्वारा जीती गई कुल सीट्स में से मात्र 15 सीट्स निकाल दी जाएं तो कांग्रेस प्रदेश में कहीं से भी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी।
जिस तरह कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं को कार्यक्रम के हर मंच पर रुसवा किया जा रहा है और मुस्लिम समाज की समस्याओं की अनदेखी हो रही है इससे समाज विचलित हो रहा है। कांग्रेस पार्टी अच्छी तरह समझ ले “भोपाल” में मुख्यमंत्री निवास उनकी पहुंच से अभी दूर है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुस्लिम नेताओं व समाज की अनदेखी कहीं पार्टी को भारी पड़ने वाली है।