
होटल मैरियट में विधायकों से सिर्फ परिजन और मंत्रियों को ही जाने की इजाजत
होटल मैरियट के बाहर मुस्तैद पुलिसबल
फ्लोर टेस्ट को लेकर मंत्रियों के अगल-अलग दावे, कोई संख्या बल बता रहा तो कोई कोरोना का डर दिखा रहा
जनपथ टुडे, मार्च15, 2020,
भोपाल. चार दिन जयपुर में रहने के बाद कांग्रेस के 85 विधायक रविवार को भोपाल लौटे। दोपहर 12 बजे विधायकों को मैरियट होटल ले जाया गया। उनके साथ उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत भी थे। होटल में विधायकों के पहुंचने से पहले काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जैसे ही विधायक होटल पहुंचे वहां मीडिया और कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा लग गया। पुलिस ने मीडिया और कांग्रेसियों को बाहर ही रोक दिया। अंदर सिर्फ विधायकों के परिजन को ही जाने दिया जा रहा है।
दोपहर साढ़े 12 बजे कुछ गाड़ियां होटल पहुंची। उसमें से उतरे कुछ लोगों को होटल के अंदर ले जाया गया। इन लोगों के हाथ में थैले थे, जिसमें खाने पीने का सामान बताया जा रहा था। यह लोग होटल में रुके विधायकों के परिजन बताए जा रहे हैं। कुछ देर रुकने के बाद विधायकों के परिजन बाहर निकलें। उनके जाने के बाद कुछ और गाड़ियां आईं, जिनमें अन्य विधायकों के परिजन थे।
इसी बीच खबर आई- मुख्यमंत्री कमलनाथ विधायकों के मिलने के लिए होटल आ रहे हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत उनके स्वागत के लिए तैयारी कर रहे थे, तभी सूचना मिली कि कमलनाथ बीच रास्ते से ही वापस सीएम हाउस लौट गए। ऐसी चर्चा है कि दिग्विजय सिंह के मैसेज पर वह वापस लौटे। इधर, होटल में मौजूद उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत को भी कमलनाथ ने फोन करके सीएम हाउस बुला लिया। होटल से निकलते समय रावत ने कहा- भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। हम बिलकुल बेचैन नहीं हैं। भाजपा ही बेचैन है।
सीएम ने कहा है घबराएं नहीं: घनघोरिया
होटल मैरियट में विधायकों से मिलने आए मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा- कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हमसे साफ तौर पर कहा है कि घबराने वाली कोई बात नहीं है। सारी स्थितियां हमारे नियंत्रण में है। बैठक में कोरोना की स्थिति पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा- कोरोना का खतरा बड़ा जरूर है, लेकिन इसके लिए जरूरी चीजों को सरकार टालेगी नहीं।
विधायकों से मिलने पहुंचे मंत्री
कैबिनेट की बैठक के बाद कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन वर्मा, प्रदीप जायसवाल, ओमकार मरकाम, हर्ष यादव, उमंग सिंघार, लखन घनघोरिया विधायकों से मिलने के लिए होटल मैरियट पहुंचे। सभी मंत्री अपने-अपने दावे करते नजर आए। ओमकार सिंह मरकाम ने कहा- इस घटनाक्रम में भाजपा का चरित्र उजागर हो गया है, वह अनुसूचित जाति और दलितों की विरोधी है। प्रदीप जायसवाल ने कहा- हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं और हमारे साथ सारे विधायक हैं। कोरोना को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हुई है और जिस तरह से यह बीमारी फैल रही है पूरे देश और दुनिया में उस पर गंभीरता से विचार किया गया है सारे मंत्रियों ने भी इस पर सहमति जताई है। किसी भी मंत्री ने यह साफ नहीं किया कि कोरोना की वजह से बजट सत्र को टाला जा सकता है या नहीं।