
सेनगूड़ा में घर को पहुंचाया नुकसान, पूर्व करंजिया के जंगलों में दाखिल हुई ELEPHANT FAMILY
चार दिनों से हाथी कुनबा की चहलकदमी जारी
वन अमला सतर्क
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 2 मई 2022, पिछले चार दिनों से जिले के छत्तीसगढ़ से लगे जंगलों में 9 सदस्यीय गजराज परिवार का Movment जारी है। खास बात यह है कि जंगली हाथीयों के इस कुनबे में 2 बच्चे भी शामिल हैं।विदित होवे कि सामान्य वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र पश्चिम करंजिया के उद्दौर के जंगल में शुक्रवार को आमद देने के बाद जंगली हाथीयों का समूह रविवार रात कक्ष क्रमांक 809 सेनगुड़ा के रास्ते वन परिक्षेत्र पूर्व करंजिया में दाखिल हो गया। रविवार की रात भोजन के जुगाड़ में जंगली हाथी के समूह ने सेनगुड़ा के भर्रा टोला में दुनिया बाईं पति सम्हार सिंह गौंड के घर को नुकसान पहुंचाने के बाद कदमताल करते हुये सोमवार को कक्ष क्रमांक 802 की तरफ रुख कर लिया है। जहाँ से छत्तीसगढ़ की सीमा महज 3 KM के करीब है। जिसके मद्देनजर अनुमान है कि जंगली हाथी वापस छत्तीसगढ़ की तरफ कूच कर जावेंगे।
हालांकि एतिहात के तौर पर रेंजर पुष्पा सिंह, डिप्टी रेंजर विनोद पाठक, ईश्वर सिंह की टीम गजराज दल के प्रत्येक मूवमेन्ट पर नजर रखी हुई हैं। वहीं फिर एक बार जंगली हाथीयों की चहलकदमी से वन अमला सतर्क है और जंगलों के करीब की बसाहटों में सावधानी बरतने मुनादी करवा रहा है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के जंगलों से नौ हाथियों के एक समूह ने पश्चिम करंजिया के उद्दौर के जंगलों में शुक्रवार की शाम आमद दर्ज करवाई थी। सबसे बड़े शाकाहारी जीव के लगातार मूवमेंट से खतरे की आशंका कायम है। जिसके मद्देनजर वन विभाग का मैदानी अमला लोगों को अलर्ट करने में जुटा हुआ है। गौरतलब है कि शनिवार और रविवार की शाम तक हाथियों का झुंड पश्चिम करंजिया रेंज के गोपालपुर के सहजना और वन सर्किल गोपालपुर के वन कक्ष क्रमांक 740 और 737 ददरगांव में विचरण करता रहा और रविवार की रात ही पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र की सरहद पार करके पूर्व करंजिया के जंगलों में घुसपैठ कर दी है। गौरतलब है कि प्रदेश की छत्तीसगढ़ सीमा से लगे हुए तेलियापानी जंगल से हाथी जिले में जंगलों में प्रवेश कर गए थे। हाथी के काफिलों के लगातार जिले में आने को लेकर वन विभाग की मिली जुली प्रतिक्रिया है।जिले के जंगलों में वन्य जीवों की मौजूदगी से जहाँ Forest Department खुश है, वही जान माल जे नुकसान की आशंका से विभाग कुछ चिंतित भी नज़र आ रहा है। इस बीच मैदानी अमला ग्रामीणों को घर से बाहर न निकलने और जंगल की ओर न जाने की समझाइश जारी कर रहा है।