
सरकार की रोक के बाद भी नर्मदा से हो रहा रेत का उत्खनन, थाने के सामने से अवैध रेत का परिवहन जारी
(जनपथ टूडे न्यूज के लिए गाड़ासरई से गणेश शर्मा)
पुलिस थाने के सामने से गुजरते है अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर
नर्मदा से धड़ल्ले से निकाली जा रही है अवैध रेत
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 28 जून 2020, जिले के गाड़ासरई थाना अंतर्गत मझियाखार,लिखनी,शोभापुर, इन तीनो नर्मदा के घाटों से बेहिसाब रेत निकाली जा रही है। सरकार नर्मदा नदी से रेत के अवैध उत्खनन में लगाम लगाने में अपनी भूमिका निभाती चली आ रही है। पर डिंडोरी जिले के थाना गाड़ासरई के अंतर्गत मुख्य मार्ग से नर्मदा नदी तक ऐसे चार से छह घाट है जहां से दबंग माफियाओं के द्वारा रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है जो आज भी चल रहा है। खनिज विभाग की मिली भगत से रेत निकाले जाने के आरोप लोगो द्वारा लगाए जाते है क्योंकि आमलोग यहां लगातार हो रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन किए जाने का सिलसिला देखते आ रहे है। वास्तव में यदि देखा जाय तो मझियाखार से रेत से भरा ट्रैक्टर आता है तो गाड़ासरई मुख्य मार्ग पहुंचने में कोई और अन्य मार्ग नही है सिर्फ पुलिस थाना गाड़ासरई के सामने से ही गुजरना होता है।ऐसे में पुलिस थाना और पुलिस अमले को रेत का परिवहन नजर नही आता ये बात हजम नहीं की जा सकती।
इस संबंध में पत्रकारों के द्वारा पुलिस थाने में इसकी जानकारी दी जाती है तो पुलिस अमले के द्वारा अनसुनी की जाती है या फिर कार्यवाही करने का आश्वासन तो दिया जाता है किन्तु कार्यवाही अब तक नहीं देखी गई है।
इनका कहना है :-
हमें इसकी जानकारी नहीं है, थाने के अमले द्वारा जानकारी मिलेगी तो इसके खिलाफ जरूर कार्यवाही की जाएगी।
हरि शंकर तिवारी,
प्रभारी, पुलिस थाना, गाड़ासरई
गौरतलब है इसके पूर्व भी जनपथ टुडे द्वारा लगातार इस क्षेत्र में किए जा रहे रेत के अवैध कारोबार की खबरे प्रसारित की गई जिसमें रेत परिवहन करते और उत्खनन करते वाहनों की तस्वीरे भी थी फिर भी पुलिस हरकत में नहीं आई और कोई बड़ी कार्यवाही इन अवैध रेत कारोबारियों के खिलाफ अब तक पुलिस द्वारा किए जाने की जानकारी प्रकाश में नहीं आई है जिससे ये ही लगता है कि कहीं न कहीं पुलिस की रुचि इस अवैध कारोबार के विरूद्ध कार्यवाही करने में नहीं है और इसी के चलते माफिया खुले आम रेत का अवैध कारोबार क्षेत्र में लगातार कर रहे है। क्योंकि जिले में प्रशासन और पुलिस व्यवस्था इतनी लचर और निष्क्रिय तो नहीं है कि क्षेत्र में लगातार अवैध कारोबार खुले आम संचालित होता रहे और इनको भनक तक न लगे, ऐसे में यह समझा जा सकता है कि आखिर किसकी शह पर माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है ? इस तरह नर्मदा से खुले आम अवैध रूप से रेत का कारोबार किसकी शह पर संचालित होता आ रहा है या फिर बिना किसी संरक्षण के क्षेत्र में यह कारोबार चल रहा है और रेत माफिया प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर हावी हो चुके है इसका खुलासा तो जिले के आला अफसरों की जांच और कार्यवाही से ही हो पाना संभव है, आमजन की अपेक्षा है कि इस पर तत्काल जिले के आला अफसर कार्यवाही करे।